रायपुर: छत्तीसगढ़ में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी दल एक्टिव हो गए हैं। कांग्रेस लगातार चुनावी रणनीति बनाने में जुटी हुई है। विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस 2 जून को जगदलपुर के लालबाग मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन करने जा रही है। कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए बस्तर को चुना गया है। छत्तीसगढ़ की सियासत में बस्तर का अहम रोल है। कार्यकर्ता सम्मेलन में सीएम भूपेश बघेल के साथ-साथ प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा भी शामिल होंगी। इस कार्यकर्ता सम्मेलन में बस्तर के कांग्रेस विधायक, कार्यकर्ता और सांसद शामिल होंगे। इसे कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन भी कहा जा रहा है।

बता दें कि बस्तर में विधानसभा की 12 सीटें हैं। सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा आबकारी मंत्री कवासी लखमा और PCC चीफ मोहन मरकाम भी शामिल होंगे। इस सम्मेसन में सरकार के साढ़े चार साल के काम की कामकाज की समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं को अगले विधानसभा चुनाव में जीत के लिए रणनीति की भी जानकारी दी जाएगी।

सत्ता के लिए बस्तर का अहम रोल

छत्तीसगढ़ की राजनीति में ऐसा कहा जाता है कि जिस पार्टी को बस्तर की सीटों पर बढ़त मिलती है राज्य में उसी की सत्ता बनती है। 2018 के विधानसभा चुनाव में बस्तर में कांग्रेस ने 11 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बाद में यहां एक सीट पर उपचुनाव हुआ था जिसमें कांग्रेस ने जीत दर्ज की। मौजूदा समय में बस्तर की सभी 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। 2018 के प्रदर्शन को 2023 में दोहराने के लिए पार्टी यहां चुनावी रणनीति भी बनाएगी। वहीं, बीजेपी भी बस्तर इलाके में लगातार फोकस कर रही है। छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने हाल ही में यहां 4 दिनों का दौरा किया था।

कार्यकर्ता सम्मेलन के क्या होंगे मुख्य बिन्दु

जगदलपुर में होने वाले कार्यकर्ता सम्मेलन में सरकार के कामकाज की समीक्षा की जाएगी। सरकार की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। इसके साथ ही जनसंपर्क अभियान को तेज करने की रणनीति बनेगी। विधायकों का रिपोर्ट कार्ड सरकार और संगठन के सामने पेश किया जाएगा।