आगरा । ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म का उद्देश्य करोड़ों रुपये कमाना नहीं बल्कि वह सच्चाई दिखाना था, जो केरल की बेटियों ने झेली। फिल्म किसी धर्म नहीं, आतंकवाद और आइएसआइएस के विरोध में है। इसकी एक-एक बात सच है इसलिए मुस्लिम लड़कियां सकारात्मक राय दे रही हैं। मुझे धमकियां भी मिली हैं। फिल्म में आसिफा की भूमिका निभाने वाली सोनिया बालानी शुक्रवार को यहां मीडिया से बात कर रही थीं।

जयपुर हाउस स्थित जय झूलेलाल भवन में आयोजित सम्मान समारोह में पहुंचीं सोनिया ने कहा कि मर्जी से मतांतरण कानूनन गलत नहीं है। हां, ब्रेनवाश या दबाव में मतांतरण गलत है। बताया कि फिल्म हकीकत है, कल्पना नहीं। कुछ दिन पहले मुंबई में एक कार्यक्रम में केरल की कुछ लड़कियों ने इसकी हकीकत उजागर की। जबर्दस्ती उनका मतांतरण और काफी कुछ गलत हुआ। उस लड़की की आपबीती मैं अपने इंस्टाग्राम पर अपलोड करूंगी। पढ़ने और नौकरी करने बाहर जाने वाली लड़कियां समझदार और जागरूक बनें कि कोई उन्हें बहला-फुसला न पाए। माता-पिता बच्चों के संपर्क में रहे। सोनिया ने कहा कि फिल्म में किरदार दमदार हो, तो सकारात्मक या नकारात्मक से फर्क नहीं पड़ता।